कालाब्रिया का ग्रीकानीका क्षेत्र अपनी गहरी यूनानी जड़ों से जुड़ी परंपराओं, इतिहास और पहचान को दर्शाता हुआ एक अनमोल पाक-सांस्कृतिक खजाना है। यह क्षेत्र आइस्प्रोमोंटे पर्वत और आयोनियन सागर के बीच स्थित है और आज भी अपने प्राचीन स्वाद और ग्रामीण जीवन शैली को संजोए हुए है।
रोटी और सादगी: लेस्टोपिटा
लेस्टोपिटा एक बिना खमीर का आटा-बनी रोटी है जिसे जैतून के तेल में तला जाता है। बाहर से कुरकुरी और अंदर से नरम, यह ग्रीक पिटा की तरह होती है और अक्सर गर्मागर्म परोसी जाती है।
पहचान वाला पनीर: मुसुलुपा
मुसुलुपा एक बिना नमक का ताजा पनीर है जिसे बकरी और भेड़ के दूध से बनाया जाता है। इसे लकड़ी की नक्काशीदार साँचों में बनाया जाता है और विशेष रूप से ईस्टर पर खाया जाता है।
स्थानीय पास्ता: बकरी मांस की ग्रेवी के साथ मकारोनी
हाथ से बनी पास्ता यहां का मूल है। मकारोनी बकरी की ग्रेवी के साथ (maccarruni cu sucu da crapa) मजबूत स्वाद वाली होती है और त्योहारों में परोसी जाती है।
मांस, सूखे मांस और ग्रामीण विरासत
बकरी का मांस, सुगंधित जड़ी-बूटियों और सब्जियों के साथ धीरे-धीरे पकाया जाता है। वहीं Magulà Grecanico एक विशेष सूखा मांस है जो स्थानीय स्वाद का प्रतीक है।
पुराने स्वादों वाली वाइन
धूप वाली पहाड़ियों से Palizzi IGT और Greco di Bianco DOC जैसे वाइन बनती हैं, जो मांस और मिठाइयों के साथ खूब मेल खाते हैं।
त्योहारों की मिठाइयाँ: पेत्राली और 'nghute
क्रिसमस पर पेत्राली बनाई जाती है जिसमें अंजीर, मेवे और मसाले भरे जाते हैं। ईस्टर पर 'nghute नामक मिठाई बनाई जाती है जिसमें उबले अंडे लगे होते हैं – पुनर्जन्म और उत्सव का प्रतीक।
ग्रीकानीका का भोजन सिर्फ स्वाद नहीं है – यह परंपरा, पहचान और एक जीवंत संस्कृति की कहानी है।